tag:blogger.com,1999:blog-3725913520567987009.post1508642210815436272..comments2023-06-29T06:50:03.413-07:00Comments on कथाकार: न्यू यार्क का विश्व हिन्दी सम्मेलन - माया मिली न रामकथाकारhttp://www.blogger.com/profile/05339019992752440339noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3725913520567987009.post-56631526400831733332008-03-12T06:46:00.000-07:002008-03-12T06:46:00.000-07:00जो लोग काम करने के सरकारी तरीके से वाक़िफ हैं, उन्ह...जो लोग काम करने के सरकारी तरीके से वाक़िफ हैं, उन्हें तो इस बात से कोई ताज़्ज़ुब नहीं होना चाहिए. कभी कभी मुझे लगता है कि इस सरकारी लद्धडपन ने ही हमारे देश में निजीकरण का पथ प्रशस्त किया है.डॉ दुर्गाप्रसाद अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/04367258649357240171noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3725913520567987009.post-1926789877675074642008-03-12T04:25:00.000-07:002008-03-12T04:25:00.000-07:00जय हो हिंदी और हिंदी के ठेकेदारों कीजय हो हिंदी और हिंदी के ठेकेदारों कीAshish Maharishihttps://www.blogger.com/profile/04428886830356538829noreply@blogger.com